सहरसा-मानसी रेलखंड पर पेट्रोलमैन की सजगता से बुधवार की देर रात ट्रेन दुर्घटनाग्रस्त होने से बच गई। दरअसल सोनवर्षा कचहरी-सिमरी बख्तियारपुर के बीच रात में गश्त लगा रहे रेल इंजीनियरिंग विभाग के दो पेट्रोलमैन की नजर टूटी पटरियों पर पड़ी।

पेट्रोलमैन रौशन कुमार और सोनू राजा ने देर रात 1.40 बजे 28/9 से 29/0 और 29/3 से 29/4 किमी में दो जगह टूटी पटरी को देखकर लाल झंडी गाड़ फौरन सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन को इसकी सूचना दी। उस समय ड्यूटी पर तैनात सिमरी बख्तियारपुर के स्टेशन मास्टर बी. के. वर्मा ने फौरन समस्तीपुर कंट्रोल को इस बारे में बताया। कंट्रोल ने मानसी-सहरसा के बीच सभी स्टेशनों को इसकी सूचना दे अलर्ट किया।

समस्तीपुर मंडल के सीनियर डीईएन थ्री मयंक अग्रवाल ने जानकारी मिलते ही टूटी पटरियों को दुरुस्त करवाने का पीडब्लूआई को निर्देश दिया। इसके बाद महज कुछ घंटे में ही रात में पटरी को दुरूस्त कर दिया गया। लेकिन सुरक्षा के दृष्टिकोण से गुरुवार को भी इन जगहों पर ट्रेनें कॉशन लगाकर चलाई जा रही है। कॉशन लगाने के बाद इन जगहों पर मात्र 30 किमी प्रति घंटे की स्पीड से ट्रेनें गुजारी जा रही है। बताया जा रहा है कि ठंड के इस मौसम में पटरी सिकुड़कर टूट जाती है।

नियंत्रित और रोककर चलाई गई एक डेमू ट्रेन
पटरी टूटने की जानकारी के बाद मानसी-सिमरी बख्तियारपुर के बीच समस्तीपुर से सहरसा आ रही एक डेमू ट्रेन नियंत्रित और रोककर चलाई गई। सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन पर यह ट्रेन 24 मिनट रुकी रही और सहरसा सवा दो घंटे देर से पहुंची। यात्रियों को परेशानी हुई।

दोनों पेट्रोलमैन होंगे पुरस्कृत
सजग रहकर ड्यूटी करते दुर्घटना टालने वाले दोनों पेट्रोलमैन को समस्तीपुर मंडल प्रशासन पुरस्कृत करेगा। मंडल अधिकारी के अनुसार दोनों पेट्रोलमैन को पुरस्कृत किया जाएगा।