1-अल्ट्रावायलेट डिसइन्फेक्शन लैंप से वायरस को नष्ट किया जा सकता है।
हकीकत : अल्ट्रावायलेट यानी यूवी डिसइन्फेक्शन लैंप को हाथों को स्टर्लाइज करने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। ऐसा करना हानिकारक होगा। दरअसल अल्ट्रावायलेट रेडिएशन हमारी त्वचा को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।

2- शरीर पर अल्कोहल या क्लोरीन स्प्रे करने से भी वायरस नष्ट हो सकता है।
हकीकत : वायरस अगर शरीर के भीतर घुस चुका है तो बाहर से कोई भी स्प्रे इसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। बल्कि ऐसा करने से नुकसान ही हो सकता है। अल्कोहल और क्लोरीन का छिड़काव केवल खास जगहों पर ही किया जाना चाहिए, लेकिन ऐसा इनको लेकर दिए गए आधिकारिक दिशा-निर्देशों के अनुसार ही करें।

3- लहसुन खाने से वायरस का प्रकोप कम हो सकता है।
हकीकत : लहसुन शरीर के लिए लाभकारी है। इसमें कुछ विषाणुरोधी तत्व भी होते हैं, जो शरीर के लिए लाभकारी होते हैं। लेकिन अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि लहसुन खाने से कोरोना संक्रमण से बचा जा सकता है।

4- डायबिटीज से पीड़ित लोगों को कोरोना वायरस का संक्रमण होना तय है।
हकीकत : यह जरूरी नहीं है, पर उन्हें अपना अतिरिक्त ध्यान जरूर रखना होगा। डब्ल्यूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार, पूरी दुनिया में 40 करोड़ से भी ज्यादा लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं। कोरोना संक्रमण को फैलता देख डायबिटीज के मरीजों के लिए भी कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। ये दिशा-निर्देश डब्ल्यूएचओ ने जारी किए हंै। इसके अनुसार, ऐसे लोगों को अपनी स्वास्थ्य समस्या को ध्यान में रखते हुए कुछ खास सावधानियां बरतनी चाहिए। जैसे, नियमित रूप से शुगर लेवल की जांच, दूसरे लोगों से दूरी बना कर रखना। इम्यून सिस्टम कमजोर होने के कारण डायबिटीज पीड़ित आसानी से कोरोना की चपेट में आ सकते हैं। देखा गया है कि ऐसे रोग से पीड़ित होने के कारण उन्हें संक्रमण होने के बाद तेजी से अन्य कई प्रकार की समस्याएं भी हो सकती हैं।

यह भी पढ़ें- Covid-19: बच्चों को इस तरह बचाएं वायरस के खतरे से

COVID- 19 : वर्क फ्रॉम होम को ऐसे आसान और रोचक बनाएं